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Showing posts from May, 2019

गांडा जाति के विषय मे कुछ रोचक बातें

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( आप सभी को जय भीम नमो बुध्दया) लेख लंबे है पर गहन करने योग्य है। समय निकलाकर जरूर पढ़ें। (साथियो) हमारे गांडा अनुसूचित जाति होने पर जहाँ एक ओर हमे शासन प्रशासन की सुविधाएं मिल रही है,सवैधनिक रूप से आरक्षित है। (गांडा होने पर झिझक नही गर्व करो) चिंता का विषय है 1950 के दशक में हमारे पूर्वजो द्वारा सरनेम के रूप में गांडा शब्द का ही उपयोग किया गया जिसका प्रमाण आपके पास स्वयं है अपने वंश वृक्ष,मिशल,पुराने खसरे,नक्शे,इत्यादि देखे। आखिर हमारे पूर्वजो गांडा शब्द को चुना,जिन पूर्वजो से नाम मिली,पहचान मिली,जमीन मिले, रोजगार मिले,जाति प्रमाण मिला, सवैधनिक सुविधा मिली।बस पहल की आवश्यकता है। *(गांडा जाति और वर्णव्यवस्था का सबन्ध)* आप सभी को विदित भारत देश मे सवैधिक व्यवस्था के पूर्व वर्णव्यवस्था थी,वर्णव्यवस्था में चार वर्ण थे - ब्राम्हण,क्षत्रिय,वैश्य,शुद्र,ये वर्णव्यवस्था सविधान निर्माण हो जाने के उपरांत भी जीवित है। जिसमे सबसे निचली समुदाय में शूद्रों को देखा जाता है,और उनसे छुआछूत की भवना रखी जाती है।गांडा जाति भी शुद्र के अनुकूल रखी गई है,जिसपर आज भी हमारे साथ ऐसे छुवाछुत ...

जन्मदिन पर मनोज चौहान जी ने दी अनूठी पेशकश

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शिक्षण सामग्री वितरण कर मनाया जन्मदिवस दिया मानवता का परिचय रायगढ़ जिले के ग्राम औराभाँटा पोस्ट तारापुर निवासी श्री मनोज चौहान जी पिता स्व.श्री रामो चौहान जी ने YGSEM के मिशन सबो पढबो समाज ला गढ़बो में योगदान देते हुए अपने 28 वी जन्मदिवस पर ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को शिक्षण सामग्री वितरण कर मनाया अपना जन्मदिन। श्री मनोज चौहान जी द्वारा शिक्षा मिशन की प्रतिक्रियाओ को बच्चो,महिलाओ को बताया तथा शिक्षा से बौद्धिक विकास एवं परिवारिक संरक्षण के बारे में युवाओ,महिलाओ, बच्चो को जानकारी दी,उन्होंने कहा कि समाज मे आज अशिक्षा से ही एकजुटता नही बन पाती और न ही आर्थिकता मजबूत हो पाती है।जो समाज आज शिक्षित है वही विकास की गतियों में निरंतर बढ़ती जा रही है उन्होंने नन्हे मुन्ने बच्चो के माता पिता से भेंट कर शाला प्रवेश हेतु प्रेरित किया युवाओ को उच्च शिक्षा,एवं महिलाओ को महिला सशक्तिकरण केंद्र से जुड़कर शिक्षा ग्रहण करने की अपील की। सबो पढबो समाज ला गढ़बो मिशन की शुरुवात करने वाले श्री राजेन्द्र चौहान जी भी अपना योगदान देते हुए,शिक्षा और सामाजिक महत्व का व्यख्याना किया गया,उन्होंने YGSEM संस्...

करके के देखो सुख मिलता है।

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भूखी प्यासी गौ माता को भोजन करा कर आत्म सुख मिला - बादल चौहान नमस्कार दोस्तो आज मैं बादल चौहान जिला रायगढ़ का निवासी हूँ,आज मैं घर के बाहर बैठा हुआ था,प्रतिदिन की भांति मुझे 11 बजे सुबह बाजार से सब्जी लाने जाना होता था। आज जब में जैसे ही अपने घर से बाजार जाने के लिये निकला मैं अभी घर से महज 30 कदम दूर ही चला था कि मैंने देखा एक गाय सुस्त होकर बैठी हुई है,मैंने उसे बुलाया पर उसकी आत्मीय इच्छा थी कि मेरे पास आने की थी पर आ नही पा रही थी। मैंने समझने में देर नही किया,तुरन्त अपने कदम पीछे मोड कर घर से थाली में भोजन लिया और एक बाल्टी पानी और पुनः उस ओर चला गया, मैंने गौ माता को पहले भोजन कराया फिर उन्हें पानी पिलाया,दोस्तो आपको यह दिखवा लगता होगा पर मुझे इस कार्य से आत्म सुख प्राप्त हुआ । आज मैं इस कार्य को कर यह पोस्ट लिखकर आप सभी से आग्रह करता हूँ कि हम भगवान पर आश्रित है तो भगवान ने हमे सदैव सुख के मार्ग के लिये अच्छे कर्म करने को कहते है। जब से मैं श्री प्रशान्त कुमार सोनवानी जी से मिला और उनके द्वारा निर्मित संस्था  YGSEM में जुड़ा तब से मुझे आत्म ज्ञान प्राप्त करने की...

सबो पढबो समाज ला गढ़बो मिशन जशपुर अंचल में संचलित

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सबो_पढबो_समाज_ला_गढ़बो_मिशन #ग्राम_हाथीबेड़_में_बांटे_शिक्षण_सामग्री जिला जशपुर के विकास खण्ड फरसाबहार ग्राम पंचायत हाथीबेड़ में #YGSEM के जिला अध्यक्ष #श्री राजेन्द्र चौहान(चीक)_जी द्वारा सबो पढबो समाज ला गढ़बो मिशन #YGSEM के अंतगर्त बच्चों को शिक्षण सामग्री भेंट कर शाला प्रवेश हेतु प्रेरित किया गया। छत्तीसगढ़ में सामाजिक संस्था #YGSEM प्रदेश संस्थापक श्री प्रशान्त सोनवानी जी द्वारा अशिक्षा का अंत करने के लिये सबो पढबो समाज ला गढ़बो मिशन क्रियान्वयन किया गया है। जिसमे समाज मे 5 से 6 वर्ष के ऐसे बच्चों को एवं परिजनों को प्रेरित किया जाना जो शिक्षा से वंचित है। श्री राजेन्द्र चौहान(चीक) जी द्वारा इस मिशन का प्रचार प्रसार करते हुए कहा की शिक्षित समाज के निर्माण में शिक्षा जीवन मे महत्वपूर्ण है शिक्षा से बौद्धिक विकास के साथ साथ संस्कारो में भी प्रभाव पड़ता है। उन्होंने महिलाओ को भी कॉपी पेन देते हुए उन्हें उच्च शिक्षा ग्रहण करने की अपील की। आज कोई समाज पिछड़ा हुआ है तो मुख्य धारा का कारण शिक्षा की कमी ही है अशिक्षा बुरे संगत के साथ साथ दुर्बलता को भी जन्म देती है। शिक्षण सामग्र...

असम राज्य के खुमताई में YGSEM कार्यक्रम समापन

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राज्य  असम जिला खुमताई में गांडा समाज(YGSEM) का बैठक कार्यक्रम समापन YGSEM की गतिविधियां आज छत्तीसगढ़ राज्य के अलावा असम राज्य तक पहुंची। असम राज्य के खुमताई जिले में गांडा समाज (YGSEM) परिवार द्वारा जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुवात में इष्टदेवी देवताओं की पूजा अर्जना किया गया।तद्पश्चात मुख्य अतिथि प्रदेश अध्यक्ष माननीय सुभाष कुंवर की का स्वागत पुष्प गुच्छ भेंट कर किया गया। इस कार्यक्रम का लक्ष्य युवाओ को अपनी पूर्वजो की सांस्कृतिक एवं शिक्षा को समाज मे सम्हहित करना था,जिसमे समाज के विभिन्न कार्यो के लिये पुरुस्कार भेंट किया गया । साथ ही छत्तीसगढ़ राज्य की कला संस्कृतिक नृत्यों एवं लोकगीतों की प्रस्तुति युवाओ एवं महिलाओ द्वारा किया गया। श्री सुभाष कुँवर जी ने छत्तीसगढ़ के YGSEM की गतिविधियों को देखते हुए उसकी प्रसंशा की साथ ही युवाओ को सामाजिक गितविधियो में भागीदारी पर शुभकामनाएं प्रेषित की,उनहोने समाज के सेवा के लिये आगे आये युवाओ को फूलमाला,एवं गमझा भेंटकर स्वागत किया।एवं उद्बोधन में सामाजिक एकता की परिभाषा का मूलमंत्र बताया। इस कार्यक्रम ...

सबो पढबो समाज ला गढ़बो मिशन ग्राम हमीरपुर में बांटे शिक्षण सामग्री

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सबो पढबो समाज ला गढ़बो मिशन ग्राम हमीरपुर में बांटे शिक्षण सामग्री जिला रायगढ़ के तहसील तमनार ग्राम हमीरपुर में YGSEM के सक्रिय सदस्य श्री जनक चौहान जी द्वारा सबो पढबो समाज ला गढ़बो मिशन YGSEM के अंतगर्त बच्चों को शिक्षण सामग्री भेंट कर शाला प्रवेश हेतु प्रेरित किया गया। छत्तीसगढ़ में सामाजिक संस्था YGSEM प्रदेश संस्थापक श्री प्रशान्त सोनवानी जी द्वारा अशिक्षा का अंत करने के लिये सबो पढबो समाज ला गढ़बो मिशन क्रियान्वयन किया गया है। जिसमे समाज मे 5 से 6 वर्ष के ऐसे बच्चों को एवं परिजनों को प्रेरित किया जाना जो शिक्षा से वंचित है। श्री जनक चौहान जी द्वारा इस मिशन का प्रचार प्रसार करते हुए कहा की शिक्षित समाज के निर्माण में शिक्षा जीवन मे महत्वपूर्ण है शिक्षा से बौद्धिक विकास के साथ साथ संस्कारो में भी प्रभाव पड़ता है। उन्होंने महिलाओ को भी कॉपी पेन देते हुए उन्हें उच्च शिक्षा ग्रहण करने की अपील की। आज कोई समाज पिछड़ा हुआ है तो मुख्य धारा का कारण शिक्षा की कमी ही है अशिक्षा बुरे संगत के साथ साथ दुर्बलता को भी जन्म देती है। शिक्षण सामग्री और मार्गदर्शन से बिटियो के चेहरों क...

सबो पढबो समाज ला गढ़बो YGSEM के अंतर्गत शिक्षा मिशन

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YGSEM के सक्रिय सदस्य श्री राजेन्द्र चौहान जी ने ग्राम बिजना में बांटे शिक्षण सामग्री रायगढ़ जिले के विकासखण्ड पुसौर ग्राम बिजना में श्री राजेन्द्र चौहान जी ने पांच से सात वर्ष के बच्चों को कॉपी पेन शिक्षण सामग्री वितरण कर स्कूल में शिक्षा प्राप्त करने के लिए बच्चों एवं उनके परिजनों को प्रेरित किया। युवा गांडा समाज एकता मंच के संस्थापक श्री प्रशान्त कुमार सोनवानी जी द्वारा समाज मे शिक्षा की गुणवत्ता एवं अशिक्षा जैसे दंश का अंत करने के लिए संस्था में "सबो पढबो समाज ला गढ़बो मिशन"बनाया है जिसमे ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों को शिक्षण सामग्री वितरण कर शिक्षा के मंदिर जाने हेतु प्रेरित किया जाना है। श्री राजेन्द्र चौहान जी संस्था के सक्रिय सदस्य है आज उनके द्वारा ग्राम बिजना पोस्ट लोहरसिंह में छोटे बच्चों को एकत्र कर शिक्षण सामग्री भेंट कर सबो पढबो समाज ल गढ़बो मिशन के अंर्तगत ग्रामीण बच्चों को शिक्षण सामग्री विरतण कर शिक्षा को जीवन मे मिलने वाले महत्व को बताया साथ ही उन्होंने शिक्षा को विकास की जननी कहते हुए कहा कि अशिक्षा देश के ऋणी है और इस ऋण को समाप्त करना है तो हम सभी...

रायपुर शपथ ग्रहण कार्यक्रम

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रायपुर/-- छत्तीसगढ़ राज्य की राजधानी रायपुर में गांडा समाज एकता मंच(YGSEM)द्वारा राज्य स्तरीय शपथ ग्रहण सम्मान समारोह वृंदावन हॉल में आयोजित किया गया, कार्यक्रम की शुरुवात बाबा साहब  की तस्वीर पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्लवित कर किया गया,इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रामजी भारती अध्यक्ष,अनुसूचित जाति आयोग राज्य छत्तीसगढ़,विशिष्ट अतिथि प्रभाकर ग्वाल पूर्व सीबीआई मजिस्ट्रेट,एच.एस चौहान उपायुक्त(विकास) जिला पंचायत रायपुर उपस्तिथ हुए। इस कार्यक्रम में गांडा समाज एकता(YGSEM)परिवार द्वारा अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ पगड्ड़ी भेंट किया गया कार्यक्रम में पहुंचे रामजी भारती अजा आयोग अध्यक्ष ने अनुसूचित जाति आयोग में संचालित योजनाओं की जानकारी,संरक्षण एवं अनुसूचित जातियों को मिलने वाले सवैधनिक अधिकारों को बताया साथ ही उन्होंने गांडा समाज एकता मंच के इस सहरानीय पहल पर शुभकामनाएं देते गांडा समाज के विकास में शत प्रतिशत  सहयोग वचनबद्ध किया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि एच एस चौहान उपायुक्त जिला पंचायत रायपुर ने अपनी जीवनशैलियो को बताते हुए शिक्षा के उच्च स्तर सरल सुलभ मार्गदर्शन प...

गांडा जनजाति का इतिहास जानकारी

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गांडा जनजाति का इतिहास अन्य जानकारियां उतप्ति :- समृद्ध देश भारत मे भारतीय  जनजातियों की गणना एवं जनजातियों के नाम उनके कर्मों के आधार पर रखा गया,इसी जनजातियों में एके वृहद समुदाय भारत देश में गांडा जनजाति निवासरत है।यह जनजाति प्रान्त - मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़,ओडिसा,असम,झारखण्ड एवं अन्य राज्यो में पाए जाते है । गांडा शब्द का अर्थ - गांडा शब्द हिंदी शब्दकोश,इंग्लिश डिक्शनरी में इसका अर्थ प्रायः देखा गया है तो गांडा -(अ) चौकी या पहरे पर बैठना,(ब)दैविक उपद्रवों बाधाओं आदि से रक्षित रहने के लिये कलाई या गर्दन में लपेटकर बांधा जाने वाला मंत्र पूत डोरा या सूत से होता है,(स)एक स्थान में बने रहना।। गांडा शब्द को गाड़ी शब्द से भी जोड़ा गया है गाड़ी - एक स्थान से दूसरे स्थान तक चलने वाली मशीन।। कुछ लोगो द्वारा गांडा शब्द का भवार्थ अलग मानसिकता से विचार किया जाता है जो सिर्फ सोचनीय है यही अर्थतः नही है। कार्यशैली/व्यवसाय गांडा जनजाति के सदस्यों का मुख्य व्यवसाय कृषि है,छत्तीसगढ़ में निवासरत जनसँख्या की दृष्टि से दूसरे सबसे बड़ी जनजाति गांडा है जिसमे 48.5% लोग कृषि पर निर्भर ह...
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गांडा जनजाति का इतिहास अन्य जानकारियां उतप्ति :- समृद्ध देश भारत मे भारतीय जनजातियों की गणना एवं जनजातियों के नाम उनके कर्मों के आधार पर रखा गया,इसी जनजातियों में एके वृहद समुदाय भारत देश में गांडा जनजाति निवासरत है।यह जनजाति प्रान्त - मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़,ओडिसा,असम,झारखण्ड एवं अन्य राज्यो में पाए जाते है । शब्द का अर्थ - गांडा शब्द हिंदी शब्दकोश,इंग्लिश डिक्शनरी में इसका अर्थ प्रायः देखा गया है तो गांडा -(अ) चौकी या पहरे पर बैठना,(ब)दैविक उपद्रवों बाधाओं आदि से रक्षित रहने के लिये कलाई या गर्दन में लपेटकर बांधा जाने वाला मंत्र पूत डोरा या सूत से होता है,(स)एक स्थान में बने रहना।। गांडा शब्द को गाड़ी शब्द से भी जोड़ा गया है गाड़ी - एक स्थान से दूसरे स्थान तक चलने वाली मशीन।। कुछ लोगो द्वारा गांडा शब्द का भवार्थ अलग मानसिकता से विचार किया जाता है जो सिर्फ सोचनीय है यही अर्थतः नही है। कार्यशैली/व्यवसाय गांडा जनजाति के सदस्यों का मुख्य व्यवसाय कृषि है,छत्तीसगढ़ में निवासरत जनसँख्या की दृष्टि से दूसरे सबसे बड़ी जनजाति गांडा है जिसमे 48.5% लोग कृषि पर निर्भर है।साथ ही व्यवसाय ...